मिलन लुथरिया....का कमाल तो दिखा नहीं....!!!
पर हाँ रजत अरोड़ा की कलम ने जरूर जान फूँक दिया....तभी तो आजकल युवाओं की जुबान पर बिस्मिल्लाह ही बिस्मिल्लाह हैं....!!!
वैसे तो फिल्म के सभी गाने जान दार हैं....कभी रातों की चुगलियाँ सुना रहे जावेद अली गुनगुना रहे....तो सुनिधि भी अपनी ख्वाइशें बयान कर दी....!!!
बड़े अदब से प्यार के सवाल पूछते आ रहे तैयब अली कोई बता उनके उत्तर....!!!
प्रीतम बाबू की बात क्या कहे उनके बालो के साथ साथ उनके गाने भी स्टाइलिश होते जा रहे....!!!
मिश्रा राहुल
(ब्लोगिस्ट एवं लेखक)
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