विश्व का सबसे बड़ा अर्थशास्त्री हमारे देश का पीएम हैं फिर भी स्थिति इतनी डामाडोल....!!!
# हमारा आयात कम नहीं हो रहा है....क्योंकि जो हम आयात करते हैं उसमें से 33 फ़ीसदी कच्चा तेल है....हम अपने उपभोग का 80 फ़ीसदी तेल आयात करते हैं....!!!
# उसके बाद सोने का नंबर आता है....सोने के दाम भी बढ़ रहे हैं, यहां तक कि सरकार ने सोने के आयात पर प्रतिबंध भी लगा दिया, फिर भी लोग सोना खरीद रहे हैं...!!!
# वो इसलिए कि वह सोचते हैं कि सोने में उनका निवेश मुद्रास्फीति से ज़्यादा तेजी से बढ़ेगा....!!!
# अंग्रेजी में इसे मुद्रास्फ़ीति के खिलाफ़ बाड़बंदी कहते हैं......सोने में निवेश करने से चालू खाते का घाटा बढ़ता है...वाणिज्य घाटा बढ़ता है....!!!
# देश के इतिहास में पहली बार भारतीय उद्योगपति, पूंजीपति देश से बाहर निवेश कर रहे हैं. भारत में विदेशी पूंजी लगने के बजाय भारतीय पूंजी बाहर लग रही है. हमारे उद्योगपति देश में उद्योग लगाने को तैयार नहीं है वह विदेश में पैसा लगा रहे हैं....!!!
तो इस तरह देश एक आर्थिक विषचक्र में फंस गया है.
मिश्रा राहुल
(ब्लोगिस्ट एवं लेखक)
बीबीसी के एक लेख से उद्घृत
No comments:
Post a Comment