पक्क गया हूँ निर्थक तुलना से...!!!
# दोनों की जिंदगी में बड़ा अंतर है...मोदी ने बचपन में जीने के लिए रेलवे स्टेशन पर चाय तक बेचीं है -राहुल तो सोने के चम्मच से दूध पीते होंगे ऐसा सूना है।
# मोदी ने गरीबी देखी है-राहुल को गरीबी क्या होती है वह अभी भी झोपड़ो में जा जा कर समझनी पड़ती है।
नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी की तुलना करने का कोई अर्थ ही नहीं बनता..!!# मोदी ने अपना सामर्थ्य साबित कर दिया है-राहुल को अपना सामर्थ्य साबित करना अभी बाकी है।
मोदी मोदी और राहुल राहुल है।
# दोनों की जिंदगी में बड़ा अंतर है...मोदी ने बचपन में जीने के लिए रेलवे स्टेशन पर चाय तक बेचीं है -राहुल तो सोने के चम्मच से दूध पीते होंगे ऐसा सूना है।
# मोदी ने गरीबी देखी है-राहुल को गरीबी क्या होती है वह अभी भी झोपड़ो में जा जा कर समझनी पड़ती है।
किसी गरीब के झोपड़े में रात गुजार कर दाल रोटी खा कर मीडिया के द्वारा प्रदर्षित करवा देने से गरीबी समज में नहीं आती है राहुल जी।गरीबी समजने के लिए नहीं होती उसका अनुभव होना चाहिए।
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